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LTE और VoLTE क्या है और कैसे काम करता है?

What is LTE and VoLTE in Hindi: नमस्कार पाठकों, आज मैं ये दावे से कह सकता हूँ की बहुतों को LTE और VoLTE क्या है और कैसे काम करता है के बारे में पूरी जानकारी नहीं है. सभी को यह मालूम है की हम 4G Mobile Internet के समय में प्रवेश कर चुके हैं. पहले 2G फिर अभी 3G से 4G Internet का अभी समय है. आज कल हर कोई Free Voice Calling और Free Unlimited 4G Internet के Offer by Reliance JIO के बारे में ज्यादा लोग बातें कर रहे हैं. जब से JIO ने यह सब ऑफर दिया है तब से लोग केवल यही question पुच रहे हैं की उनका phone 4G support करता है या नहीं, और तो और LTE and VoLTE में क्या अंतर है या difference between LTE and VoLTE.

जैसा की हम सभी लोग जानते हैं आज का समय Internet, 4G और Smart Phone का है. आप लोगों ने जब कोई नयी स्मार्ट फ़ोन ख़रीदा होगा तब आपको उसके cover पे LTE और VoLTE का निशान जरूर देखा होगा. आपके मन में ये जरूर यह question उठा होगा की आकिर ये LTE और VoLTE क्या है और काम कैसे करता है. तो इन्ही सभी doubts को क्लियर करने के लिए आज मैंने कुछ छानबीन कर के यह article LTE और VoLTE क्या है और काम कैसे करता है लिखा है. आज में आप लोगों को इन दोनों के Technology के बारे में भी बताऊंगा और दोनों में की अंतर है और ये दोनों में कोन ज्यादा बेहतर है. तो फिर देरी किस बात की चलिए जानते है की आकिर what is LTE and VoLTE in Hindi.

VoLTE क्या है (What is VoLTE in Hindi)


lte volte kya hai

LTE और VoLTE क्या है और इन दोनों में क्या अंतर है के बारे में बताने से पहले में आप लोगों को LTE और VoLTE के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताना चाहता हूँ.

एक example के तोर पे हम Jio को ले सकते हैं.  जब Jio पहली बार लांच हुआ तब वो LTE enabled मोबाइल सेट ही प्रदान कर रहा था, LTE सेट में Internet चाहिए दुसरे मोबाइल को कनेक्ट या कॉल करने के लिए , जहाँ VoLTE enabled मोबाइल सेट में बिना Internet के भी कॉल किया जा सकता है.

मैं आपको थोडा ज्यादा आसानी से बताऊँ तो VoLTE में हम voice calls करने के लिए हम 4G LTE network का इस्तमाल करते हैं न की 2G or 3G network का. ज्यादातर लोगों में यह ग़लतफ़मी है की 4G का इस्तमाल केवल downloading, web browsing और विडियो streaming के लिए ही होता है तो मैं आपको बता दूँ की इसका इस्तमाल हम अपने voice quality को improve करने में भी कर सकते हैं.

LTE क्या है (What is LTE in Hindi)

कई बार लोगों में LTE और VoLTE को लेकर कई बहस हुई, कोन इसमें ज्यादा बेहतर है तो इसलिए मैंने आज LTE क्या है इसकी पूरी जानकारी देने की कोशिश की है.

LTE यह एक मोबाइल technology standard है. इसका full form – Long Term Evolution. आप को हमेशा से ये लग रहा होगा की आकिर क्यूँ LTE की बात हमेशा क्यूँ आती है जब भी हम 4G के बारे में कुछ कहें तो, ऐसा इसलिए क्योंकि 4G (Forth Generation) यह नाम LTE Technology को दरसाने के लिए दिया गया है. दोनों 4G और LTE सामान ही हैं. यहाँ एक जरूरी बात यह है की LTE सेट में Internet चाहिए दुसरे मोबाइल को कनेक्ट या कॉल करने के लिए.

Theoretically देखा जाये तो LTE की डाउनलोड क्षमता है 100 MBits per second और अपलोड क्षमता है 50 MBits per second.

LTE ने CDMA और GSM Standard में Technological क्रांति लायी है, जिसे हम कुछ सालों पहले इस्तमाल करते थे. आजकल LTE नेटवर्क को हर जगह इस्तमाल किया जा रहा है, Internet Service Provider धीरे धीरे उनके नेटवर्क तो 3G से 4G में Upgrade कर रहे हैं. ये अपना आस्तित्व धीरे धीरे विस्तार कर रहा है.

क्या आपके Smartphone में VoLTE है

सबसे पहले अपना फ़ोन Switch On करें, फिर internet को चालू करें इसके बाद यदि VoLTE का चिन्ह आता है सिग्नल strength के पास तो इसका मतलब है की आपका मोबाइल VoLTE enabled है. नहीं तो ये दुसरे alphabets जैसे G, E or 2G, 3G, 4G प्रदर्शित करेंगे.

VoLTE के फायदे हिन्दीमे

1. बेहतरीन call quality – सबसे बड़ी उपलब्धि की बात यदि हम सोचें VoLTE की तो वह होगी इसकी बेहतरीन call quality. देखा जाये तो 2G और 3G के मुकाबले 4G में ज्यादा data ट्रान्सफर हो सकता है. एक प्रयोग से यह पता चला है की VoLTE में voice की quality तीन गुना 3G के मुकाबले और छे गुना 2G के मुकाबले यह बेहतर है, जिससे की tone की quality में खासा फरक दिख सकता है.

2. बेहतर कवरेज और कनेक्टिविटी – VoLTE में calls ज्यादा जल्दी और बेहतर कनेक्ट होता ही 2G और 3G के मुकाबले. जहाँ पर 4G coverage नहीं भी है वहां भी ये 2G और 3G का कवरेज इस्तमाल कर अपना नेटवर्क चालू रख सकता है. और तो और इसकी frequency बड़े buildings के दीवारों को भी भेद सकती है जहाँ की 2G और 3G के सिग्नल नहीं पहुँच सकते.

3. बेहतर बैटरी लाइफ – जिस किसी ने भी यदि 4G का इस्तमाल किया है उसे यह जरूर मालूम चला होगा की VoLTE के इस्तमाल से उनके फ़ोन का बैटरी लाइफ जरूर बढ़ा होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि जब भी आप एक call करते या receive करते है तब आपके फ़ोन को दुसरे नेटवर्क में स्विच करना पड़ता होगा जैसे की 4G to 2G or 3G, जैसे की 4G कॉल्स में लगातार switching नहीं होती दुसरे नेटवर्क में, यहाँ कॉल ख़तम होने के बाद ये अपने नार्मल नेटवर्क में आ जाता है. लगातार switching और बार बार दुसरे नेटवर्क की तलाश न होने के कारन यहाँ user को ज्यादा बैटरी लाइफ मिल जाती है .

4. Video Calling – VoLTE के इस्तमाल से आप बेहतरीन विडियो call कर सकते हैं. जैसे की हम जानते हैं की पहले भी हम दुसरे सॉफ्टवेर (software) जैसे Skype का इस्तमाल कर के Video Call कर पा रहे थे. पर इसके इस्तमाल से हमें किसी दुसरे 3rd Party Software की आवश्यता नहीं है.

क्या LTE की कुछ सीमाएं है ?

जब LTE पहली बार आई तो ये क्या है और कैसे बेहतर काम करता है, इन्ही चीज़ों को लेकर लोगों में बड़ी उत्कंठा उत्पन्न हुई. क्या ये सही तरह से काम कर सकता है और न जाने कई सवाल उठ खड़े हुए. देखा जाये तो हर चीज़ में कमियां ढूंडा जा सकता है इसी कमियां के कारण ही तो चीज़ों को बेहतर किया जा सकता है. उसी तरह LTE में भी कुछ कमियां है जिसे मैंने निचे प्रदर्शित किया है-

LTE तभी काम कर सकता है जब जो कॉल करता है (dialler) उसके पास internet होना अनिवार्य है और जो कॉल रिसीव करता है (receiver) के पास LTE enabled मोबाइल हो तो अच्छा है पास ऐसे कोई आवश्यकता नहीं है .

शुरुवात में ऐसा हो सकता है की जिस तरह आपका नेटवर्क को सेट किया गया है उसके आधार पर पहले नेटवर्क इंटरऑपरेबिलिटी नहीं हो सकता है, इसलिए यह संभव है कि शुरू में आप केवल उसी नेटवर्क पर लोगों को कॉल करने के लिए वीओएलटीई का इस्तेमाल कर सकेंगे जिस नेटवर्क में आप अभी मेह्जूद हो. जैसे की हम जानते हैं LTE को ऑपरेट करने के लिए 4G Coverage की जरुरत होती है, और इसके बिना ये काम नहीं कर सकती. और हम जानते हैं की 4G Coverage हर जगह में मेह्जूद नहीं है, जिसके कारण कॉल बार बार काटने की समस्या दिखाई दे सकती है.

आखिर में मूल्य निर्धारण की समस्या, ऐसा इसलिए क्योंकि LTE को ऑपरेट करने के लिए 4G enabled मोबाइल internet  के साथ चाहिए और जिसके मूल्य बाज़ार में आज के समय में कुछ ज्यादा भी हो सकता है. पर एक बात यहाँ समझने की जरूरत है की ये सारी दिक्कत ज्यादा दिन की नहीं है जैसे जैसे 4G Coverage बढ़ेगी, वैसे वैसे जयादा से ज्यादा मोबाइल VoLTE को support करना स्टार्ट कर देंगी. जिससे इनकी मूल्य निर्धारण की समस्या भी सही हो जाएगी और बेहतर Network Technology का भी इस्तमाल बढ़ जायेगा जिससे लोगों को आसानी होगे LTE enabled phone use करने में.

इसी सीमाएं को हटाने के लिए ही Network Manufacturers ने LTE को अपग्रेड कर के VoLTE बनाया है जिससे के बिना किसी Internet Connection ही कॉल किया जा सकता है.

Network विकास का इतिहास

अगर किसी भी नयी टेक्नोलॉजी के काम करने के तरीके को समझना है तो सबसे पहले हमें यह समझना होगा कि यह सबसे पहले किस तरह कम करती थी. दअरसल मोबाइल टेलिकम्यूनिकेशंस टेक्नॉलजी की जेनरेशंस को G के हिसाब से नाम दिए गए हैं।

सबसे पहले मोबाइल रेडियो टेलिफोन सिस्टम इस्तेमाल होते थे। वो केवल वायरलेस में ही डाटा भेज सकता था.

1. 1G – पहली वायरलेस टेलिफोन टेक्नॉलजी को 1G का नाम दिया गया था . सबसे पहले ऐनलॉग मोबाइल्स में इस टेक्नोलॉजी का इस्तमाल हुआ था. इस टेक्नोलॉजी का इस्तमाल 70 के दशक के आखिर से लेकर 1991 तक यही टेक्नॉलजी इस्तेमाल हुई। यह टेक्नॉलजी ऐनलॉग नेटवर्क को इस्तेमाल करती थी।

2. 2G – इसके बाद 1991 में GSM लॉन्च हुआ, जिसे सेकंड जेनरेशन का नाम दिया गया था. 2G में ऐनलॉग के बजाय डिजिटल नेटवर्क का इस्तेमाल होने लगा। 2G से मोबाइल पर डेटा सर्विसेज, SMS और MMS भेजे जाने लगे थे.

3. 3G – 2G के बाद मोबाइल टेलिकम्यूनिकेशंस की तीसरी जेनरेशन को लाया गया , जिसे 3G का नाम दिया गया। इसमें W-CDMA, TD-SCDMA, HSPA+ और CDMA2000 स्टैंडर्ड्स शामिल थे। पहला 3G नेटवर्क 1998 में पेश किया गया था।

4. 4G – इसके बाद सन 2008 में 4G पूरी दुनिया में पेश हुआ। 4G में मोबाइल वेब ऐक्सेस, आईपी टेलिफनी, गेमिंग सर्विसेज, एचडी मोबाइल टीवी, विडियो कॉन्फ्रेंसिंग और 3D टीवी सपॉर्ट होना चाहिए। इसके लिए दो स्टैंडर्ड इस्तेमाल होते हैं- मोबाइल WiMAX और LTE

मुझे पता है आप लोगों को 2G, 3G और 4G Network Technology के बारे में पता होगा. फिर भी आपके जानकारी के लिए मैं आप को बता दूँ की 2G Network को केवल Voice Call करने के लिए ही बनाया गया था. बाद में Packet Switching को 2G Network में adopt किया गया, जिससे GPRS (General Packet Radio Service) की मदद से मोबाइल Internet की रचना हुई. हमें कई बार G चिन्ह दिखा होगा इसका मतलब है की यह 2G Network में है. बाद में EDGE (Enhanced Data for GSM Evolution) ने GPRS का स्थान ले लिया. देखा जाये तो EDGE की डाटा रेट है upto 1Mbits/sec. ये technology 2G और 3G के बिच मेह्जूद होने के कारन इसे 2.5G भी कहा जाता है.

Circuit-Switched Network क्या है :

Circuit Switching Network उस नेटवर्क को कहा जाता है जिसमे जब दो लोग फ़ोन में बात कर रहे होते हैं (Voice कॉल) तब उन्हें एक लाइन जिसे की एक विशेस मात्रा की Bandwidth प्रदान की जाती है दिया जाता है, जिससे की उनकी voice कॉल सही तरह से चले और ये तब तक रहती है जब तक कॉल खत्म न हो जाती है.

Packet-Switched Network क्या है :

Packet Switching Network उस नेटवर्क को कहा जाता है जिसमे जब दो लोग फ़ोन में बात कर रहे हैं (Voice कॉल) तब उनके voice message को टुकड़ों में बाँट दिया जाता है और तब तक भेजा जाता है जब तक उनकी कॉल समाप्त न हो जाती, इसमें Circuit Switching Network के जैसे एक विशेस मात्रा की Bandwidth प्रदान नहीं की जाती है.

देखा जाये तो 2G और 3G दोनों Circuit Switching Network और Packet Switching Network का हाइब्रिड version है, लेकिन 4G LTE केवल Packet Switching Network है.

नोट –  Packet Switched Network कम बिस्वस्नीय है  Circuit-Switched Network के मुकाबले

LTE और VoLTE में क्या अंतर है ??

अब तक हमने LTE और VoLTE क्या है और कैसे काम करता है समझ लिया है, अब हम समझेंगे की इन दोनों में आकिर क्या अंतर है –LTEVoLTEFull Form है  Long Term EvolutionFull Form है  Voice over LTEइन्हें मुख्यत इन्टरनेट के लिए ही design किया गया है.इन्हें मुख्यत Voice और इन्टरनेट के लिए ही design किया गया है.ये voice transmission को support नहीं करता.ये voice transmission और Data transmisssion दोनों को support करता है .Voice Call तभी हो सकती है जब internet connection चालू रहे नहीं तो call drop हो सकती है.Internet connection के न होने से भी Voice Call किया जा सकता है.

मुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को meaning of volte in Hindi और कैसे काम करता है के बारे में पूरी जानकारी दी और में आशा करता हूँ आप लोगों को इस नए नेटवर्क टेक्नोलॉजी के बारे में समज आ गया होगा. अगर मेरी राइ आप मांगे तो में कहूँगा की यदि आपको अभी नयी मोबाइल लेनी है तो VoLTE enabled मोबाइल ही खरीदें ताकि बिना internet के भी कॉल किया जा सकता है.

मेरा आप सभी पाठकों से गुजारिस है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की हमारे बिच जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ.

मेरा हमेशा से यही कोशिश रहा है की मैं हमेशा अपने readers या पाठकों का हर तरफ से हेल्प करूँ, यदि आप लोगों को किसी भी तरह की कोई भी doubt है तो आप मुझे बेझिजक पूछ सकते हैं. मैं जरुर उन Doubt का हल निकलने की कोशिश करूँगा. आपको यह लेख LTE और VoLTE क्या है और कैसे काम करता है या Difference between LTE and VoLTE in Hindi कैसा लगा हमें comment लिखकर जरूर बताएं ताकि हमें भी आपके विचारों से कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिले.

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