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डिजिटल मीडिया में 26% FDI के कारण कुछ भारतीय ऑनलाइन न्यूज़ प्लेटफार्म हुए प्रभावित

FDI in digital media Hindi

कुछ दिनों पहले, नरेंद्र मोदी सरकार ने यह घोषणा की थी कि वह डिजिटल मीडिया कंपनियों जो समाचार और करंट अफेयर्स अपलोड या स्ट्रीम करती है, उनके के लिए “government route” के तहत 26% तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) करेगी।

आपकी जानकारी के लिए बता दे, अब तक भारत में केवल प्रिंट मीडिया और न्यूज़ दिखने वाले टेलीविजन कंपनियों के पास क्रमशः 26% और 49% की FDI कैप निर्धारित थी, जबकि डिजिटल मीडिया चलाने वाले विदेशी निवेशकों या संस्थाओं पर अब तक किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं था।

अभी कुछ खबरों से पता चला है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भी सरकार की घोषणा के बाद, डिजिटल मीडिया में 26% तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को मंजूरी दे दी है। IANS ने अनुसार, भारत में कुछ डिजिटल न्यूज़ प्लेटफॉर्म ऐसे भी हैं जो FDI कैप की पुष्टि नहीं कर सकते हैं।

उदाहरण के लिए, बेंगलुरु में स्थित सब्सक्रिप्शन-ड्रिवेन डिजिटल पब्लिकेशन द केन पहले ही 26 प्रतिशत से अधिक की FDI कर चुका है।

द केन पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, इसमें एंजेल इन्वेस्टर्स की एक एन्वॉयबल सेट का सपोर्ट है, जो उन्हें लंबी अवधि के लिए योजना बनाने की अनुमति प्रदान करता है।

एक रिपोर्ट के अनुसार, सब्सक्रिप्शन बेस्ड न्यूज़ प्लेटफार्म ने पिछले साल नए फंडिंग में अपने मीडिया व्यवसाय का निर्माण करने के लिए $ 1.5 मिलियन धन एकत्र किया था। बाद में, केन ने जेपी मॉर्गन के नए एंजेल इन्वेस्टर्स के एक सेट से 1.47 करोड़ रुपये एकत्र किये थे।

TechCrunch ने एक रिपोर्ट में यह कहा कि, अपने सीरीज ‘ए राउंड‘ को स्टार्टअप ने कैलिफोर्निया में स्थित ओमिडियार नेटवर्क्स के नेतृत्व में आगे बढ़ाया, जिसने फिलीपींस में रैपर जैसी नयी मीडिया कंपनियों में निवेश किया है।

एक कानूनी के विशेषज्ञ ने बताया कि 26 प्रतिशत लगाने से FDI वाले डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म संभवत ही प्रभावित होंगे। अब देखना ये हैं की सरकार का ये निर्णय कितना सही साबित होने वाला है.

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