चीनी बच्चों का ओवरटाइम करना : क्या अमेज़न इको स्पीकर बनाने के लिए ऐसे काम कराया जाता था?
- Giridih City Updates
- Aug 10, 2019
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अमेज़न ने हाल ही में एक रिपोर्ट प्रस्तुत किया है जिसमें उन्होंने ये बात साफ़ की है की चीन के स्कूल जाने वाले बच्चों से गैर क़ानूनी रूप से फोक्स्कोन्न (जो की अमेज़न का मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर है) काम करा रहा है.
सूत्रों का कहना है की ये वो इसलिए करा रहे हैं ताकि “इको” लाइन वाली अलेक्सा इनेबल्ड स्मार्ट स्पीकर्स की प्रोडक्शन टारगेट को पूर्ण कर सकें. जिसके लिए वो इन बच्चों को गैर क़ानूनी तरीके से बाध्य करता है ओवरटाइम करने के लिए वो भी बहुत कम या न के बराबर तनख्वा में.
वहीँ ये बात सबसे पहले एक प्राइवेट संस्था चाइना लेबर वाच द्वारा सामने लायी गयी. इनके द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार ये बच्चे अक्सर vocational स्कूल के होते हैं, वहीँ इन्हें इंटर्न के रूप में काम कराया जाता है. इसी कारण इन्हें ज्यादा पैसे भी दिए नहीं जाते वहीँ लेकिन काम दुगना कराया जाता है.
सूत्रों से ये भी बात सामने आई है की यदि कोई इंटर्न काम करने से मना करे दें तब उन्हें काम से निकाल दिया जाता है वहीँ बहुत बार उनकी पढाई भी रोक दी जाती है. ये छात्रों की आयु 16-18 वर्ष होती हैं जिन्हें की Foxconn द्वारा रखा जाता है काम करने के लिए.
जब यह रिपोर्ट पुरे दुनिया के सामने आई तब अमेज़न ने इस बात के ऊपर अपना मत रखते हुए उन्होंने कहा की उन्हें Foxconn के ऐसे कार्यों के विषय में कोई भी जानकारी नहीं थी. वहीँ वो इसके ऊपर अपना investigation कर रहे हैं साथ में वो Foxconn से इस विषय में बातचीत भी करने वाले हैं.
वहीँ Foxconn ने भी इस बात पर अपनी सहमति जाहिर की है, की उन्होंने गैर क़ानूनी रूप से छात्रों को काम करा रहे थे. अब उन्होंने ये भी तय किया है की आगे से कभी किसी intern को overtime नहीं कराएँगे. साथ में उन्हें उनके काम का सही तनख्वा प्रदान किया जायेगा.
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