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उत्तर प्रदेश पुलिस ने सांप्रदायिक हिंसा रोकने के लिए “सी-प्लान” ऐप किया लॉन्च

Uttar Pradesh Police launches 'C-Plan' app Hindi

भारत वाकई में आधुनिक होता जा रहा है। उत्तर प्रदेश कि पुलिस ने असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए एक “सी-प्लान” नामक ऐप लॉन्च किया है, जो पुलिस को सांप्रदायिक हिंसा, भूमि विवाद और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं से निपटने में मदद मिलेगी।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, विभाग ने राज्य भर में संभ्रांत -10 के रूप में जाने, जाने वाले प्रत्येक गांव में 10 लोगों को काम पर रखा है, जो ऐप के माध्यम से अपने-अपने गांवों में होने वाले सांप्रदायिक तनावों या भूमि विवादों या भी तरह की अन्य आपराधिक गतिविधि के बारे में पुलिस को सुचना देंगे।

पुलिस के मुताबिक ये लोग सभी जात व धर्म से आते हैं और इनका कोई भी आपराधिक इतिहास नहीं रहा। सी-प्लान ऐप को लखनऊ के नये पुलिस हेडक्वाटर लांच किया गया।

एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “इस योजना कि शुरुआत लोकसभा चुनाव के दौरान, पायलट आधार पर पुराने डीजीपी मुख्यालय की निगरानी में की गई थी और अब इस योजना को राज्य भर में चलाया जाएगा।

इस कदम से पुलिस, पुलिस और अपराध को रोकने में मदद करने वाले लोगों के रिश्ते को बढ़ावा देना चाहती है। हाल ही बच्चा उठाने वाले अफवाओं के कारण, भीड़ के द्वारा हिंसा कि घटनाएं बहुत तेज़ हुई है।”

पुलिस महानिरीक्षक (कानून और व्यवस्था), प्रवीण कुमार कहते हैं कि, “समाज को बेहतर सहायता देने की कोशिश ये एक पहल है। इस ऐप की मदद से चयनित समुदाय के पड़ोस में जीवन कि गुणवत्ता को बढ़ाना और व्यस्तता में भी उनकी आवाज तक पहुँच बनाना ही हमारी प्राथमिकता रहेगी।”

सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में लगभग 1.6 लाख गाँव हैं और विभाग ने राज्य भर में 10 लाख लोगों का चुनाव किया है जो सी-प्लान स्मार्टफोन एप्लीकेशन प्रोजेक्ट में पुलिस के सहयोगी होंगे।

इन लोगों की आपराधिक पृष्टभूमि बिल्कुल साफ़ है। जिले और गांव का नाम जानने के बाद, पुलिस अधिकारी आसानी से एक पैन-उत्तर प्रदेश डेटाबेस के माध्यम से सम्भ्रांत -10 सदस्यों के साथ जुड़ पाएंगे जो ऐप के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।

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