Professional Blogger Harsh Agarwal (ShoutMeLoud.com) के साथ साक्षात्कार
- Giridih City Updates
- Sep 4, 2017
- 13 min read
नमस्कार दोस्तों Interviews की Series को आगे बढ़ाते हुए आज Hindime में आप लोगों के सामने एक बहुत ही परिचित व्यक्तित्व के बारे में कुछ सुनी और कुछ अनसुनी बातें उजागर करने वाला हूँ जिन्हें की भारत में Blogging के गुरु के नाम से भी पहचाना जाता है. ये Delhi के ही निवासी हैं. और इनकी Schooling Laxman Public School, Delhi में ही हुई. बाद में इन्होने अपनी Engineering की degree Sharada University से सन 2008 में ली अपने Professional Blogger की शुरुवात से पहले. उन्होंने Corporate जगत में भी कुछ समय काम किया है जैसे की वे पहले Convergys में काम करते थे. उनकी जीवन में सबसे बड़ा turning point तब आया जब उन्होंने Accenture की job offer को इंकार कर अपने passion को ज्यादा महत्व दिया और अपने Blogging Career की शुरुवात की. उन्होंने ShoutMeLoud के साथ साथ एक Hindi Blog की भी शुरुवात की ShoutMeHindi जो की serious hindi bloggers के लिए एक बहुत ही अच्छा Platform है.
वो कहते हैं न की “अगर किसी चीज़ की पूरी सिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे आपसे मिलाने पर मजबूर हो जाती है” और कुछ ऐसा ही हुआ Harsh जी के साथ. उन्होंने जो एक बार सोच लिया की उन्हें Blogging में ही अपना Career बनाना है तो उन्होंने बस उसी एक चीज़ पर अपना काम चालू रखा और देखिये आज वो किस मुकाम पर मेह्जुद हैं.
इसी श्रिंखला को आगे बढ़ाते हुए आज मैं आपके सामने एक ऐसे व्यक्तित्व के बारे में बताने जा रहा हूँ जिन्हें आप सभी शायद पहचानते भी होंगे. ये Blogging जगत के एक जाने माने नाम हैं जी है दोस्तों आप सभी ने यदि guess किया है वो हैं “Harsh Agarwal” तो आप सभी ने बिलकुल सही अनुमान लगाया है.
Interview with Harsh Agarwal (ShoutMeLoud.com)

Shoutmeloud.com blogging जगत का एक बहुत ही परिचित नाम है. Shoutmeloud की सफलता के पीछे इन्ही का ही हाथ है. इनकी website में ये लोगों को Blogging, Seo, Making Money, Web Hosting, Affiliate Marketing and Social Media Marketing के बारे में बताते हैं. मुझे तो लगता है की शायद ही ऐसा कोई होगा जो की Harsh Agarwal के बारे में नहीं जनता हो. फिर भी अगर आप इनके बारे में और इनके blog के बारे में अभी तक नहीं सुना है तो आज मैं आपको इनके बारे में पूरी जानकारी देने के कोशिश करूँगा. तो चलिए सुनते हैं Harsh Agarwal के बारे में उन्ही की जुबानी. उम्मीद है की आपको मेरा ये कोशिश पसंद आये.
1. क्या आप अपने बारे में और अपने Blog के बारे में Readers को कुछ बतायेंगे?
नमस्कार, मेरा नाम हर्ष अग्रवाल है और मैं एक professional blogger हूँ. मैंने blogging को 2008 में शुरू किया था, तब मैं एक जॉब किया करता था. करीब जॉब करने के एक साल बाद मुझे लगा कि blogging में ज्यादा पोटेंशियल हैं और मुझे blogging में बहुत ज्यादा मज़ा आने लग गया. मुझे अच्छा लग रहा था कि जो मैं कुछ अपने blog पर लिख रहा हूँ, लोग उसे पढ़ रहें हैं और उसपर comment कर रहें हैं. इसके साथ-साथ मुझे पैसे भी बन रहे थे. तो जो मैं अपनी जॉब Convergys में करता था, वो मैंने छोड़ दी. इसके बाद मैं full time blogger बन गया. इसमें मेरे पैसे भी बनने लगे और मैं life को सही मायने में जीने भी लग गया.
2. आपने अपनी मौजूदा नौकरी को छोड़ कर Blogging को full time करियर के रूप में क्यों चुना?
जैसा कि मैंने पहले भी कहा कि मैं जॉब तो इसलिए कर रहा था क्योंकि मुझे पैसे बनाने थे. मैं एक इंजिनियर था और college के बाद कुछ न कुछ तो करना ही था, क्योंकि पैसे तो life जीने के लिए चाहिए थे.
इसके साथ ही मैंने फिर blogging start कि क्योंकि मुझे लिखना अच्छा लगता था और मुझे लोगों के साथ अपनी learnings को शेयर करना भी अच्छा लगता था. मैं चाहता था कि जो चीज़े मुझे help कर रही हैं और वो दूसरें लोगों की भी help करे. इसी कारण से मैंने blogging को शुरू किया था. फिर जब धीरे-धीरे blogging से पैसे बनने लगे तो मुझे सबसे पहले तो आश्चर्य हुआ कि blogging से पैसे भी बन सकते हैं पर समय के बीतने के साथ-साथ blogging मेरी जॉब से मेरे लिए ज्यादा पैसे बनाने लग गयी थी. बस फिर मैंने एक दिन decide कर लिया कि अब समय आ गया है full time blogger बनने का, और मैंने अपनी जॉब से रिजाइन कर दिया और एक full-time blogger बन गया.
3. English में और Hindi में Blogging करने में क्या अंतर है?
दोनों में बहुत ज्यादा फरक है. इसमें एक तो फरक ये हो जाता है कि आपके ऑडियंस बिलकुल ही अलग-अलग हैं. अगर आप English में blogging करते हैं तो आप एक ऐसी ऑडियंस के पास पहुंचेंगे जोकि पूरी दुनिया में फैली हुयी है. अगर आप Hindi में blogging करते हैं तो आप India की उस ऑडियंस तक पहुंचेंगे जोकि हिन्दी में बात करते हैं. इसमें एक और बात ये है कि जब आप हिन्दी में blogging करते हैं तो, हिन्दी पढने और बोलने वाले लोग काफी limited हैं. मेरे कहने का अर्थ यहाँ पर ये है कि India में भी यदि आप साउथ में जायेंगे तो वहां बहुत कम लोग होते हैं जोकि हिन्दी में बोलते हैं. मैं ये नहीं बोलना चाहता कि हिन्दी में blogging अच्छी नहीं है, मैं भी एक blogger हूँ और मेरा भी हिन्दी में blog है, पर एक difference जानना आपके लिए बहुत ज़रूरी है. इन सब चीज़ों से ज्यादा ज़रूरी ये है कि आप किस भाषा में ज्यादा comfortable हैं. यदि आप हिन्दी में ज्यादा comfortable हैं तो आप हिन्दी में blogging कर सकते हैं, यदि आप English में ज्यादा comfortable हैं तो आप English में blogging कर सकते हैं. ये totally आपके अपने goal पर depend करता है.
एक और बहुत बड़ा difference है पैसों का, हिन्दी blog में पैसे बनते हैं लेकिन English blog में उससे ज्यादा पैसे बनते हैं. इसका कारण ये है कि अभी English में advertisers ज्यादा हैं और हिन्दी में अभी इतने advertisers नहीं हैं. लेकिन जैसे-जैसे हिन्दी के लिए भी advertisers बढ़ते जायेंगे, पैसे भी ज्यादा बनते जायेंगे. पर पैसा कि आपका goal नहीं होना चाहिये, इससे ज्यादा important है कि आप क्या enjoy करते हैं. अगर आप एक ऐसी भारतवासी हैं जिनकी हिन्दी बहुत ही अच्छी है, हिन्दी में बोलना और लिखना आपको पसंद है, तो ऐसे में आपके लिए हिन्दी blog एक बढ़िया choice है.
4. आपने अपने शुरूआती Blogging के दिनों में किस तरह की परेशानियों का सामना किया था?
जब मैंने full time blogging start की थी, मैं जॉब किया करता था एक कॉल सेंटर में. मेरी जॉब शाम के 5 बजे से सुबह के 3 या 4 बजे तक की होती थी. तो उस time blog को साथ में manage करने में मज़ा आता था. पर इतनी मेहनत करने के बाद, इतना काम करने के बाद, blogging करनी होती थी तो सोने का समय बहुत कम मिलता था. तो ये एक बहुत ही बहुत बड़ी problem थी. लेकिन जब मैं जॉब छोड़कर, full time blogging में आ गया था, तो उसके बाद चीज़े change होनी शुरू हो गयी. पर मेरे पास कोई experince नहीं था blog चलाने का या company चलाने का, तो सब कुछ खुद से सीखना पड़ता था और उस समय ShoutMeLoud और ShoutMeHindi जैसे resources भी नहीं थे, जहाँ पर मैं blogging के बारे में पढ़ सकूँ.
उस समय India में गिने चुने blogger ही थे, और इसी कारण से मैंने अपना aim बदला, और technology blog से मैंने ShoutMeLoud को एक ऐसा blog बनाया, जोकि बाकी bloggers को blogging सिखा सके. बहुत सारी चीज़ें मुझे सीखने को मिली, बहुत सारी चीज़ों पर मैंने काम किया, और बहुत सारी चीज़ों में मैं fail भी हुआ, जिन चीज़ों में मैं fail हुआ, वे चीज़ें मैंने फिर से try की. कुछ चीज़ें जिनमे मैंने बहुत ज्यादा struggle किया है, कुछ सालों तक वो थी, time management और खुद को manage करना, और एक discipilne बनाना. इन चीज़ों में मैंने बहुत ज्यादा time लिया. ये चीज़ें यदि मैं कुछ समय पहले कर लेता तो शायद मेरा करियर आज और भी आगे होता. इसमें कोई चिंता वाली बात नहीं है क्योंकि हम गिरके ही सीखते हैं. बस मेरे blogging के करियर में यही सबसे मुश्किल time था, जब मुझे खुद को संभालना पड़ा, जब मुझे समझना पड़ा कि time को manage करना क्यों ज़रूरी है, और time को कैसे manage करें और productivity क्या होती है. इन चीज़ों को समझने में मुझे काफी time लग गया लेकिन आज मैं बहुत खुश हूँ कि मैंने इन सभी चीज़ों को सीख लिया है.
5. आप बहुत सारे Blogs के Owner हैं, तो इन सभी को चलाने के लिए आप समय को कैसे manage करते हैं?
तो जैसा कि मैंने पिछले answer में कहा कि मैंने जो चीज़ सीखी है वो है discipline. यदि हमारे पास दिन में दस या बारह घंटे होते हैं दिन में काम करने के लिए, अब होता क्या है कि जब हम internet पर काम करते हैं, तो हमारे पास बहुत distraction होता है. यदि आप ध्यान से नोटिस करें तो पाएंगे कि 10-12 घंटो में से 4-5 घंटे तो आपका समय इधर-उधर की चीज़ों में ही निकल जाता है, जैसे कि Facebook, Twitter, Instgram और कुछ बढ़िया videos देखने और article पढने में. तो ऐसे आपका time waste हो जाता है. मैं क्या करता हूँ कि मैं अपने आने वाले दिनों को, अपने आने वाले घंटों को पहले ही schedule कर देता हूँ. मैं पहले ही plan कर लेता हूँ कि मैं इस दिन, इस समय ये काम करने वाला हूँ. उससे पहले मैं ये नोटिस कर लेता हूँ कि मुझे अपने blog पर क्या-क्या करना है, जो भी मुझे काम होते हैं, मैं उन्हें छोटे-छोटे हिस्सों में divide कर देता हूँ, और फिर उसको आगे जाके distribute कर देता हूँ. मैंने ये पहले ही decide कर लेता हूँ कि मुझे Tuesday ये काम करता है और हफ्ते के बाकी दिन ये-ये काम करना है.
जो कोई काम मेरी टीम कर सकती है या कोई freelancer कर सकता है, वो काम मैं उनसे करता हूँ. जिस काम में मेरा time और मन लगता है, वो काम मैं खुद करता हूँ. एक example लेता हूँ, जैसे कि blog का design है, अब मुझे designing नहीं आती है, मैं development में time waste नहीं करना चाहता, तो मैं वो काम किसी और को दे देता हूँ क्योंकि मुझे पता है कि मैं लिखने और planning करने में ज्यादा अच्छा हूँ, क्योंकि जब मैं लिखता हूँ तो उसमे मुझे ज्यादा मज़ा आता है या फिर जब मुझे कुछ शेयर करना होता है, तो उसमे मुझे ज्यादा मज़ा आता है. तो मैंने अपने लिए define कर रखा है कि मुझे ये काम करना है, और जो काम कोई और करता है जो उसमे expert है तो मैं वो काम उसको दे देता हूँ. इससे एक structure बन जाता है और सारे काम जल्दी हो जाते हैं. मैंने अपने हर एक blog को एक अलग-अलग platform की तरह treat करता हूँ, और मेरे हर एक blog को manage करने के लिए एक अलग person है, जैसे कि ShoutMeHindi को manage करने के लिए Shallu और Gurmeet हैं. मैं और Sharat ShoutMeLoud को manage करते हैं. तो ऐसे हर एक blog के लिए अलग-अलग बंदे हैं, अलग-अलग लोग हैं, चाहे वो full time हों या फिर वो freelancer हों. इस तरह चीज़ें manage हो जाती हैं.
6. आज तक के आपके Blogging करियर में सबसे बड़ी सफलता और असफलता के बारे में बताईये…
मेरी life में अगर कुछ भी नया होता हैं तो वे मेरे लिए मेरी सफलता थी. जब मैंने पहली बार stage पर जाकर कुछ बोला तो वो मेरे लिए सफलता थी. जब मुझे पहली बार किसी ने आकर गले लगाया और कहा कि आपके blog से मेरी life बदल गयी है, तो वो एक मेरी सबसे बड़ी सफलता थी. जब मेरे college वालों ने मुझे पहली बार अवार्ड दिया तो वो मेरे लिए एक बहुत बड़ी सफलता थी. जब मैंने U.S में जाकर एक स्पीकिंग session में कुछ बोला तो वो मेरे लिए एक बहुत-बड़ी सफलता थी. तो मेरी life में जब भी कुछ नया होता है तो वो मेरे लिए एक सफलता होती है.
मेरे लिए कोई ऐसी सफलता नहीं हैं जिसको कि मैं कहूँ कि इसने मुझे सबसे ज्यादा ख़ुशी दी. लेकिन जब भी मुझे कोई reader आकर बोलता है कि मेरे blog के कारण ये मेरे कारण उनकी life में कुछ अच्छा हुआ है तो, वो पैसे कमाने लग गये, तो उसे मैं अपनी सबसे बड़ी सफलता मानता हूँ. मुझे अपनी वैसे तो कोई असफलता नहीं लगती लेकिन 2013-2014 में सब कुछ अच्छा चल रहा था तो मुझे लगता है कि तब मैं थोड़ा slow हो गया था. मैं सोचता हूँ कि उस समय मुझे चीज़ों पर और ज्यादा मेहनत करनी चाहिए थी. अब जैसे मैंने जो टीम बनाई है पिछले एक-दो सालों में, वो मैं पहले बनाने लगता और शायद चीज़ों को और seriously लेता, तो आज शायद मैं और भी ज्यादा लोगों की मदद कर पाता. चाहें मैं अभी भी बढ़िया कर रहा हूँ लेकिन मुझे लगता है कि अगर मैंने वो दो साल और मेहनत की होती तो शायद चीज़ें और भी ज्यादा अच्छी होती. खैर जो भी ये सफलता-असफलता है हमारी life का ही एक part है, कभी हम कुछ अच्छा करते हैं तो कभी हम कुछ अपनी गलतियों से सीखते हैं. तो मेरे लिए सफलता और असफलता दोनों समान हैं. ज़रूरी ये है कि हम उनसे कुछ सीख रहें हैं या नहीं सीख रहें हैं.
7. Blogging करने के लिए आप अपने आप को कैसे प्रेरित करते हैं?
मैंने हर दिन सोने से पहले सोचता हूँ कि मैं अगले दिन क्या करूँगा. मतलब मेरा अगला aim क्या है. मैंने blogging से discover किया कि मेरी life बदल गयी है. अब मुझे 9 to 5 वाली जॉब नहीं करनी. मैं खुद का boss बन चुका हूँ. मैं अब वो कर सकता हूँ जो मैं करना चाहता हूँ. यदि मैं अब दुनिया घूमना चाहता हूँ तो अब मैं वो कर सकता हूँ. तो अब मैंने अपनी life का aim बना लिया है कि ये चीज़ें अब मैंने लोगों को भी पास करनी हैं. अब आप खुद ही सोचिये जिन लोगों ने blog को पढ़कर अपनी life को बदला है, अपनी जॉब को छोड़ा है, चाहे वो आज कितने भी पैसे कमा रहें हैं, चाहे वो 20 हज़ार रूपए कमा रहे हों, चाहे वो 20 लाख कमा रहें हों, वो मेरी life की सबसे बड़ी ख़ुशी और सबसे बड़ी जीत है. मैं हर दिन ये सोच के उठता हूँ कि मैं आज कुछ ऐसा करूँगा कि जिससे मैं किसी और एक बंदे की life बदल दूं. जब मैं ये सोचता हूँ तो आगे बस मेहनत रह जाती है, और प्रेरणा भी फिर अपने आप ही मिल जाती है.
8.वैसे तो आप अच्छा कमा लेते हैं, लेकिन बहुत से bloggers ऐसा नहीं कर पाते, तो उनके बारे में आपका क्या सुझाव है?
नयें bloggers से मेरा यही सुझाव है कि यदि आप blogging शुरू करें तो एक मकसद के साथ शुरू करें. पैसा कमाना आपका मकसद है और वो गलत भी नहीं है, पर blogging से पैसे कमाना ही केवल आपका मकसद है, तो वो गलत है. यदि आप blogging ऐसे start कर रहें हैं, जहाँ पे आप लोगों को कुछ सिखाना चाहते हैं, लोगों की मदद करना चाहते हैं, जहाँ पर आप reality में कुछ शेयर करना चाहते हैं, जिनमे आपका खुद से उत्साह है, जिस काम को करने में आपको खुद मज़ा आता है, वो blogging का real मकसद होता है. जो पैसा है वो उसका byproduct है, वो आपका blogging के बाद बनता है. आप पहले अपने मकसद को define कीजिये कि जो आप कर रहें है और क्यों कर रहें हैं. तब आपके पैसे भी बनेंगे और आपको मज़ा भी आएगा. यदि पैसे ही आपकी सोच हैं तो आप blogging के इलावा और भी बहुत सी चीज़ें कर सकते हैं, जिनमे शायद बहुत ज्यादा पैसे बनेंगे और बहुती जल्दी पैसे बनेंगे. आप अपनी पूरी दिनचर्या के बारे में बताएं
मेरी एक आदत है, जब एक नया week शुरू होता है तो मैं define कर लेता हूँ कि इस week मुझे क्या-क्या काम करने हैं. ऐसे ही सोने से पहले मैं define कर लेता हूँ कि अगले दिन मुझे क्या तीन tasks पूरे दिन में complete करने हैं. आम तौर पर मैं paper पर लिख लेता हूँ कि मुझे कौन-कौन से tasks करने हैं और फिर मैं उन tasks में से तीन ऐसे tasks चुन लेता हूँ जो सबसे ज्यादा tough होते हैं, जिनमे ज्यादा time लगता है, मैं उनसे अपना दिन start करता हूँ और मेरे पूरे दिन का target ये होता है कि वो तीन tasks मेरे complete हो जाएँ. आम तौर पर मैं सुबह 8 बजे अपना दिन शुरू करता हूँ, जो सबसे पहला काम मैं करता हूँ वो है Writing. क्योंकि उस time आपका दिमाग concentrated रहता है, आपके दिमाग में ज्यादा चीज़ें नहीं रहती है. उसके बाद मेरी दिन भर बहुत सारी activites चलती रहती हैं, जिनमे, writing भी हैं, जिनमे लोगों के साथ meetings भी होती हैं. Generally मेरी सारी meetings online ही होती हैं. Team members के साथ मेरा time spend होता रहता है, जिनमे मैं उनको बताता रहता हूँ कि उन्हें क्या करना चाहिए, और उनसे उनकी progress रिपोर्ट और feedback लेता रहता हूँ. शाम को मैं gym जाता हूँ या Swimming के लिए जाता हूँ. उसके बाद मैं meditation भी करता हूँ और रात में मैं फिर से एक बार writing करता हूँ, कुछ किताबें पढता हूँ और करीब 11 बजे मेरी रात हो जाती है.
9. Hindi Blogging के भविष्य को लेकर आपकी क्या राय है?
Hindi blogging का direct realation है, India कि population का क्योंकि वो किस तरह से अपनी education ले रहें हैं. इसमें दो चीज़ें matter करती है, एक तो जो education हैं, वो India की population को किस language में मिल रहा है, कितने लोग उसको adapt कर पाते हैं. जैसे कि India के बहुत से सरकारी सकूलों में हिन्दी में सारी पढाई होती है, तो वो जो बच्चें है जब आगे आयेंगे तो वे हिन्दी भाषा में ही चीज़ों को आगे बढ़ाएंगे, तो आपका userbase भी बढेगा और हिन्दी के bloggers, पढने वाले और पढ़ाने वालें दोनों ही बढ़ेंगे. जिनकी भाषा ही हिन्दी मैं, उनके लिए हिन्दी blogging एक बहुत अच्छा रास्ता खोलती है. अब जैसे AdSense भी हिन्दी bloggers को support करने लग गया है, जोकि एक बहुत ही बढ़िया चीज़ है जिससे कि लोग ज्यादा पैसे बना सकते हैं.
बस एक चीज़ है कि आप blogging को सिर्फ writing में ही न रखें, blogging को आपको YouTube पर भी लेकर जाना चाहिए, audio और video content बनाना चाहिए. जो bloggers ऐसा करेंगे, उनका blogging करियर और भी अच्छा होता रहेगा.
10. यदि कोई अपना नया blog शुरू करना चाहता है, तो आप उसे क्या सन्देश देना चाहते हैं?
जैसा कि मैंने पिछले सवाल में कहा था कि सबसे ज्यादा important है आप खुद से पूछिए कि आप blogging क्यों start करना चाहते हैं. अगर आपके मन में answer आता है पैसा, तो वो गलत नहीं है, पैसा भी आपका aim होना चाहिए पर, उससे पहले आपका aim होना चाहिए कि आप blogging क्यों करना चाहते हैं. आप blogging इसलिए कर रहें है क्योंकि आपको इसमें मज़ा आता है, आप लोगों को सिखाना चाहते हैं या आपको लिखा पसंद है. अगर ये आपका मकसद नहीं है तो आप life में और बहुत कुछ कर सकते हैं. पर सबसे important है, क्यों, आपका मकसद, आप एक pen-paper लीजिये और लिखिए कि मैं blogging क्यों start करना चाहता हूँ या चाहती हूँ. मैं blogging करके किन लोगों तक पहुंचना चाहता हूँ और मेरे blog के क्या target हैं. आप अपने target set करें कि मुझे एक साल में, हर दिन हज़ार का traffic चाहिए, हर दिन महीने 40 से 50 हजार लोग आने चाहिए, 5 लाख लोग आने चाहिए, एक number लिखिए, और उसके बाद चीज़ें धीरे-धीरे अच्छी होती जाएँगी.
तो आप अभी तक Harsh Agarwal को सुन रहे थे उन्ही की जुबानी. मैं ‘Prabhanjan’ Hindime के परिवार की तरफ से आपका बहुत ही आभारी हूँ की आपने अपना बहुमूल्य समय हमें दिया. इसके साथ साथ इस बात की खुशी भी है की हमारी इस कोशिश से हमारे viewers को अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए बहुत ही प्रेरणा मिलेगी. हमारी भगवन से यही प्रार्थना करते हैं की इसी तरह Shoutmeloud की और तरक्की हो, इसके साथ साथ आप अपने अच्छे और प्रेरणादायक लेख की माध्यम से इस दुनिया में और ज्यादा अच्छाई प्रसारित करें.
उम्मीद है की आपको हमारी ये कोशिश पसंद आया होगा और यदि आप चाहते हैं मैं किसी दुसरे Successful इन्सान की interview लूँ तो comment में उनके बारे में लिखना न भूलें.
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