Narendra Modi जी के जीवन की वास्तविक कहानी
- Giridih City Updates
- Jan 12, 2017
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Narendra Modi Biography & Success Story in Hindi: भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का नाम हमारे देश के बच्चे बच्चे से लेकर बूढ़े व्यक्ति के दिलों दिमाग पर छाया हुआ है. इतना ही नहीं विदेशों में भी नरेन्द्र मोदी जी को सभी लोग पेहचानने लगे हैं. प्रधान मंत्री बनने के बाद बहुत ही कम समय में नरेन्द्र मोदी जी ने अपने बेहतरीन कार्य से भारत की जनता का दिल जित लिया है. एक आम इंसान से लेकर प्रधान मंत्री बनने तक का सफ़र नरेन्द्र मोदी जी के लिए काफी कठनाइयों से भरा हुआ था फिर भी बिना हार माने हर समस्याओं से लड़ते हुए वो आगे बढ़ते चले गए और देश के लिए कुछ कर गुजर जाने के जूनून ने उन्हें आज सबसे सफल व्यक्ति बना दिया जिन्हें आज लाखों लोग अपना आदर्श मानते हैं उनके बताये हुए हर नक़्शे कदम पर चलते हैं.
एक साधारण इंसान से प्रसिद्ध इंसान बनना आसान नहीं है इसके लिए ना जाने कितनी कुर्बानियां देनी पड़ती है और जो अपने देश के लिए अपने सपनो को भी भूल जाता है वही पूरी दुनिया में रोशन हो जाता है. कुछ ऐसा ही कर नरेन्द्र मोदी जी ने आज अपना नाम पूरी विश्व में रोशन किया है. तो चलिए आज इस लेख में हम Narendra Modi की biography और life story के बारे में जानेगे और उनसे प्रेरित हो कर हम भी अपने जीवन में कड़ी मेहनत कर सफलता हासिल करेंगे.
Narendra Modi Biography in Hindi
प्रधान मंत्री श्री Narendra Modi जी का जन्म 17 सितम्बर 1950 में गुजरात के छोटे से गाँव “वाडनगर” में हुआ था. उनके पिता दामोदर दास मूलचंद और माता हिरा बेन के 6 संतान थे उनमे में से तीसरे संतान नरेन्द्र जी हैं. उनका परिवार बहुत ही गरीब था, उनके पिता सड़क पर व्यापार करते थे, उनका चाय के एक दुकान था और अपने पिता की सहायता करने के लिए नरेन्द्र जी छोटी सी उम्र में ही उनका हाथ बटाया करते थे और उनकी माँ भी परिवार की आर्थिक स्तिथि में मदद करने के लिए दूसरों के घरों में जाकर काम किया करती थी. छोटे से घर में अपने पुरे परिवार के साथ नरेन्द्र मोदी जी गरीबी में जिंदगी गुजारते थे, छोटी सी उम्र में ही उनकी संघर्ष भरी जिंदगी शुरू हो चुकी थी. अपने पिता के साथ चाय के स्टाल में काम करने के साथ साथ वो अपनी पढाई पर भी पूरा ध्यान देते थे और घंटों पुस्तकालय में किताबो के साथ वक़्त गुजरा करते थे, उन्हें पढने का बहुत शौक था और 1967 में उन्होंने अपनी उच्च माध्यामिक सिक्षा वडनगर से ही प्राप्त कर ली.
उनके स्कूल के अध्यापक और सहपाठी बताते हैं की नरेन्द्र मोदी जी एक साधारण छात्र थे और एक जबरदस्त वाद-विवादी और कुशल वक्ता (excellent speaker) भी थे. वे अपने स्कूल के नाटकों और भाषणों में हिस्सा लेते थे और इसके लिए उन्हें पुरष्कार भी मिलते थे. अपने स्कूल के दिनों में ही नरेन्द्र जी ने मेहसाना रेलवे station पर भारत और पकिस्तान के युद्ध के दौरान जवानों से भरी ट्रेन में जाकर उनको चाय और खाना दिया करते थे और 1967 में जब गुजरात में भयंकर बाढ़ की प्रकोप से लोग जूझ रहे थे तब भी नरेन्द्र मोदी जी ने वहां के लोगों की काफी सहायता की थी. नरेन्द्र जी स्वामी विवेकानंद जी के भक्त थे. स्वामी जी के कार्यों से उन्हें काफी प्रेरणा मिली और उन्ही के वजह से उनमे देशभक्ति की भावना ने जन्म लिया और बचपन से लेकर अब तक मोदी जी इसी राह पर चलते आ रहे हैं की उन्हें देश के लिए और उनके लोगों के लिए कुछ ऐसा करना है की पूरी दुनिया में हमारा देश रोशन हो जाए.
13 साल की उम्र में मोदी जी का विवाह उन्ही के गाँव में रहने वाली जशोदाबेन नाम की लड़की से करा दिया गया. मोदी जी को ये बात पसंद नहीं थी और फिर कुछ साल बाद घरेलु समस्या की वजह से उन्होंने घर ही छोड़ दिया और अपना समय उत्तर पूर्व की यात्रा करने में लगाई और भारत के अलग अलग जगहों पर भी गए. दो वर्ष बाद वे वापस अपने घर लौट आये, इन दो वर्षों में उन्होंने ये तय कर लिया था की अब वो अपना पूरा जीवन देश की सेवा में लगा देंगे. सन 1971 में मोदी जी ने अहमदाबाद जाकर वहां “pracharak” के रूप में R.S.S (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के साथ जुड़ कर उनके सदस्य ban गए. उसके बाद से मोदी जी ने अपना पूरा जीवन राजनीती को समर्पित किया. R.S.S. के साथ मिलकर काम करते थे और जरुरत मंद लोगों की तकलीफों को समझकर उनकी सहायता करते थे. काम करने के साथ साथ मोदी जी ने अपनी शिक्षा पूरी की और Delhi University से political science में degree हासिल किया.
1972-1975 में देश में जब राजनीती में अन-बन शुरू हो गयी थी तभी देश की प्रधान मंत्री इंदिरा गाँधी जी ने आपातकाल (emergency) की घोषणा की और R.S.S. जैसे राजनीतिक संस्थाओं को देश से हटाने का आदेश दे दिया. फिर भी मोदी जी भेष बदलकर देश की सेवा की और सरकार की गलत विचारों और नीतियों का विरोध किया. उसी दौरान उन्होंने एक किताब भी लिखी जिसका नाम था “Sangharsh ma Gujarat” (Gujarat in Emergency) जिसमे उन्होंने गुजरात की राजनीती का वर्णन किया था. R.S.S. के सदस्य बनकर मोदी ने इमानदारी से अपना काम किया और देश की सेवा की उसके बाद उन्हें B.J.P(Bharatiya Janata Party) में शामिल किया गया. उनके योगदान से BJP को गुजरात चुनाव में काफी सहयोग मिला और उनके अद्भुत कार्य की वजह से BJP में उनका कद बढ़ता रहा.
साल 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के तबियत बिगड़ने लगी थी जिससे BJP को आने वाली चुनाव के लिए भरी कीमत चुकानी पड़ी थी और उसके बाद जब गुजरात में भयानक भूकंप आया तो पुरे गुजरात में भारी कहर सा टूट पड़ा और सब कुछ बर्बाद करके रख दिया. तब BJP के वरिष्ठ नेताओं ने गुजरात के लोगों की सेवा करने के लिए नरेन्द्र मोदी जी को मुख्यमंत्री के पद के लिए चुना गया और उन्हें मुख्या मंत्री बनाया गया. मोदी जी ने समझदारी और कुशलता से भूकंप रहत कार्य संभाला और महज दो साल में गुजरात को भारत का सबसे बेहतरीन राज्य बना दिया. गुजरात के गाँव-गाँव में हर वो सुख सुविधा पहुंचाई गयी जो अन्य राज्यों में सिर्फ सेहेरों में देखने को मिलते हैं. और सबसे बड़ी बात थी की मोदी जी के वजह से गुजरात में बेरोजगारी कम हो गयी. वहां के लोग मोदी जी के कार्यो से बेहद खुश थे और इसीकी वजह से गुजरात की जनता ने मोदी जी को चार बार लगातार मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया.
जून 2013 के लोकसभा चुनाव में BJP की और से नरेन्द्र मोदी जी को प्रधान मंत्री उम्मीदवार घोषित किया गया. मोदी जी ने हर गाँव हर सहर में जाकर रैलियाँ की और अपनी मन की बात आम जनता के सामने रखी. उनके प्रेरणादायक भाषण को सुनने के लिए अनगिनत लोगो की भीड़ जमा हो जाया करती थी. उनके देश भक्ति विचारो और नामुमकिन कार्यो को मुमकिन कर दिखने की क्षमता को देख कर भारत की जनता ने नरेन्द्र मोदी जी को अपना पंद्रवाह प्रधान मंत्री चुन लिया.
देश के प्रधान मंत्री घोषित किये जाने के दिन से ही मोदी जी ने अपना सारा समय देश की प्रगति की ओर लगा दिया है. बहुत सारे विदेशी यात्राएं की, वहां के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्रियों से मिल कर देश की प्रगति के बारे में बातचीत किया और भारत के साथ विदेशों का रिश्ता मजबूत बनाया. नए-नए और बहुत सारे योजनाओं का स्थापना किया जैसे स्वच्छ भारत अभियान, Make in India, प्रधान मंत्री जन धन योजना इत्यादि, जिससे देश भर में लोगों को काफी बदलाव देखने को मिला और इन्ही योजनाओं की वजह से आज भारत में काफी विकास भी हो रहा है. हाल ही में भ्रस्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए मोदी जी ने बहुत ही सख्त कदम उठाया और भारत के इतिहास में पहली बार पुराने 500 और 1000 के नोटों को बंद कर दिया. इससे आम जनता को परेशानी तो हुई लेकिन उसके साथ साथ देश में छुपा हुआ काला धन सामने आने लगा.
नरेन्द्र मोदी जी ने अब तक एक भी छुटी नहीं लिया है और बिना थके और रुके वे दिन में 18 घंटा काम करते हैं. अपने कामो के साथ साथ मोदी जी अपनी सेहत का भी पूरा ध्यान रखते हैं और प्रतिदिन योगा करते हैं.
ये थी Narendra Modi जी की Biography और success story जिससे हम सबको ये प्रेरणा मिलती है की हमें हमेसा मेहनत और इमानदारी से अपना काम पूरा करना चाहिये और स्वार्थहीन होकर जरुरत मंद लोगों की और अपने देश की सेवा करनी चाहिये. आशा करती हूँ की आपको भी इस लेख से सिख मिलेगी और आपको ये लेख कैसी लगी हमे comment करके जरुर बताएं, आपकी बातें सुन कर हमें बहुत खुसी मिलेगी.
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