HDD VS SSD में क्या अंतर है और आपके लिए क्या सही है?
- Giridih City Updates
- Feb 1, 2018
- 8 min read
क्या आपको पता है की ये HDD vs SSD में क्या अंतर है? इन दोनों में से कोन ज्यादा बेहतर है? यदि आपको इन सभी सवालों का जवाब नहीं पता तब चिंता की कोई बात नहीं क्यूंकि आज में आप लोगों को SSD vs HDD के बारे में detailed में समझाने वाला हूँ ताकि आपके मन में कोई शंका न रह जाये.
जब भी कोई नया computer system लेने की सोचता है तब, बहुतों के मन में ये चिंता हमेशा रहती है की उन्हें अपने कंप्यूटर की storage के लिए कोन सी storage drive लेना उचित रहेगा. और उनके पास चुनने के लिए केवल दो ही विकल्प होते हैं एक है Solid State Drive (SSD) और दूसरा है Hard Disk Drive (HDD). लेकिन सही जानकारी न होने के कारण वो ये फैसला नहीं पाते और यदि कोई लेता भी है तो जानकारी न होने के कारण नुकशान में पड़ता है.
यहाँ कोई आसान या सीधा सा जवाब नहीं है की इन दोनों में कोन बेहतर है और कोन सा आपके लिए सही रहेगा. क्यूंकि सभी लोगों की जरुरत अलग अलग होती है, इसलिए उन्हें ही ये फैसला लेना होगा की आखिर उनके लिए कोनसा सही होगा. जरुरत के साथ साथ आपको अपनी preference पर भी नज़र डालनी होगी, और इसके साथ आपकी Budget पर भी. इन सभी चीज़ों को ध्यान में रखते हुए ही आप एक सही Hard Drive अपने Computer के लिए खरीद सकते हैं. इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों को इन Hard Drives के बारे में पूरी जानकरी दे दूँ ताकि आप खुद ही ये फैसला ले सके की आपके जरूरत के अनुसार आपके लिए कोन सही रहेगा. तो फिर बिना देरी किये चलिए जानते हैं की HDD vs SSD in Hindi में कोन बेहतर है, इन सबकी पूरी जानकरी आज में जानेंगे इस article में.
HDD क्या है (Hard Disk Drive in Hindi)

HDD का full form होता है Hard Disk Drive. HDDs को सबसे पहले सन 1956 में IBM के द्वारा introduce किया गया था. आप शायद ये जन के हैरान होंगे लेकिन ये सच है की ये technology 60 साल पुरानी है. एक HDD में magnetism का इस्तमाल होता है data को store करने के लिए. एक read/write head spinning platter के ऊपर float करता है data को write करने के लिए और data को read करने के लिए. जितनी जल्दी ये rotating platter घुमेगी उतनी जल्दी ही HDD perform कर सकता है. आज के दोर में एक typical laptop drive 5400 RPM(Revolutions per minute) या 7200 RPM के हिसाब से घूमता है वहीँ कुछ कुछ तो 15,000 RPM तक spin कर लेते हैं.
HDD को इस्तमाल करने का एक सबसे बड़ा फायदा ये है की इसमें आप बहुत ही कम कीमत में बहुत सारा data रख सकते हैं. आज कल तो 1 TB storage बहुत ही आम बात है, और धीरे धीरे इसकी संख्या दिनबदिन बढती ही जा रही है. HDD SSD के तुलना में सस्ता होने के कारण ही लोगों की आज पहली पसंद बन गयी हैं. क्यूंकि अगर तुलना की जाये तो SSD HDD के मुकाबले 3 से 4 गुना ज्यादा costly होता है.
अगर बात करें HDD की appearance की तब बहार से ये हुबहू SSD के तरह ही दिखता है. HDD में SATA का इस्तमाल होता है. Laptop hard drives की common size होती है 2.5” form factor वहीँ Desktop की hard drive का आकार थोडा बड़ा होता है लगभग 3.5” form factor. जितनी ज्यादा platter की size होगी उतनी ही ज्यादा storage capacity होगी. कुछ desktop hard drives तो 6TB क का data store कर सकते हैं.
SSD क्या है (Solid State Drive in Hindi)

यदि आप SSD के बारे में नहीं जानते तो में आपको बता दूँ की SSD का full form है Solid State Drive. ये भी एक Memory device है Pen drive के तरह ही केवल इसमें थोडा ज्यादा space होता है और ये थोडा ज्यादा sophisticated device है. Memory Stick के जैसे ही इसमें कोई moving parts नहीं होती है. यहाँ data को micro chip में store करके रखा जाता है. जहाँ की एक Hard Disk में एक mechanical arm जिसमें read/write head होता है की मदद से information को read किया जाता है सही location से storage platter में. यही अंतर SSD को ज्यादा faster बना देती है. उदहारण के तोर पे अगर में कहूँ की अगर आपको एक book लानी है एक room से तो इसके लिए आपको room में चारों तरफ पहले खोजना होगा फिर उसे मिलने पर उसे लाना होगा. वहीँ यदि book पहले से ही आपके सामने हो और कहे जाने पर आप जल्दी से उसे ला लें तो आपको कैसे लगेगा. बस ऐसे ही SSD काम करता है जिसके लिए ये HDD से काफी गुना faster है.
SSD में NAND-based Flash memory का इस्तमाल होता है. ये एक non-volatile memory होती है. अब non-volatile का ये मतलब है की जब भी आप disk को बंद कर देते हैं तब ये इसमें जो चीज़ store होती हैं उसे ये नहीं भूलेगी. मतलब इसमें memory loss नहीं होता. हाँ ये जरुर किसी permanent memory का बहुत ही बड़ा और essential feature है.
जब पहले SSD पहली बार market में पहली बार आया था तब लोगों का इसके ऊपर इतना विश्वास नहीं था. लेकिन अब इस technology को बहुत ही जोरों सोरों से लोगों द्वारा इस्तमाल में लाया जा रहा है. और इसमें HDD के तुलना SSD का longivity ज्यादा है.
एक SSD का mechanical arm नहीं होता है इसलिए data को Read and Write करने के लिए एक embedded processor (या Brain) जिसे के Controller भी कहा जाता है का इस्तमाल होता है जिसकी मदद से बहुत सारे काम जैसे की reading और writing of data किया जाता है. SSD की speed को पता करने के लिए controller का इस्तमाल होता है. ये जो भी decision लेता है data को store, retrive, cache और clean up करने के लिए ये सभी चीज़ ही drive के overall speed को determine करते हैं.
यहाँ में एक चीज़ कहना चाहूँगा की एक अच्छा controller ही के अच्छे SSD की असली पहचान है. आप अभी सोच रहे होंगे की आखिर ये SSD कैसे दिखता होगा. तो में आपको बता दूँ की इसमें इसकी technology को plastic या फिर metal case में encased कर के रखा जाता है. ये दिखने में एक battery के तरह ही होता है.
SSD का form facrtor एक regular hard drive के सामान ही होता है. इसके standard size कुछ इस प्रकार है 1.8”,2.5”, और 3.5” size जो की बड़ी आसानी से housing और connectors में fit हो जाता है इसके सामान sized hard drive के तरह. इनके standard size के लिए SATA को connector के हिसाब से इस्तमाल किया जाता है. इसके अलावा दुसरे SATA भी हैं जैसे की mini-SATA जो की आकार में छोटे होते हैं इसीलिए इन्हें mini-SATA (mSATA) भी कहा जाता है और ये बड़ी आसानी से mini-PCI Express slot में लग सकता है जिसे की Laptop में इस्तमाल किया जाता है.
HDD Vs SSD में क्या अंतर है (HDD vs SSD which is Better)

अब में आपको SSD और HDD के भीतर क्या अंतर है इसी विषय में पूरी जानकरी देने जा रहा हूँ जिससे आपको बहतु ही आसानी होगी चुनने में की आपको आखिर क्या लेना चाहिए अपने नए computer के लिये.AttributeSSD (Solid State Drive)HDD (Hard Disk Drive)Power Draw / Battery Lifeये कम power का इस्तमाल करती है अगर averages की बात करें तो लगभग 2 से 3 watts जिसके चलते 30+ minute की battery boost मिलती हैंये SSD की तुलना में बहुत ही ज्यादा power का इस्तमाल करता है. अगर averages की बात करें तो लगभग 6 से 7 watts इसलिए ये ज्यादा battery का इस्तमाल करता हैCostये बहुत ही ज्यादा Expensive होता हैये SSD की तुलना में काफी सस्ता होता है.Capacityये ज्यादातर इसके कीमत के वजह से ज्यादा capacity वाली storage नहीं बनायीं जातीये बहुत ही ज्यादा capacity वाली बनायीं जाती हैं और इस्तमाल में भी आता है.Operating System Boot Timeइसकी average bootup time 10-13 seconds की होती हैइसकी average bootup time 30-40 seconds की होती हैNoiseइसमें को moving part न होने के कारण इसमें sound ज्यादा पैदा नहीं होतीइसमें moving parts होती है और इसके साथ इसमें clicks और spinning की भी sounds आती रहती हैं.Vibrationइसमें को moving part न होने के कारण इसमें vibration ज्यादा पैदा नहीं होतीइसमें platters की spinning होती है जिसके चलते इसमें vibration पैदा होना आम सी बात हैHeat Producedये ज्यादा power की demand नहीं करती इसमें कोई moving parts भी नहीं है इसके चलते ये बहुत ही कम heat पैदा करती हैये SSD की तुलना में ज्यादा heat पैदा करती है क्यूंकि इसमें moving parts होती है जो की लगातार घूम रही होती हैं.Failure Rateइसमें Mean time between failure rate of 2.0 million hoursइसमें Mean time between failure rate of 1.5 million hoursFile Copy / Write Speedइसमें Copy करने की speed Generally 200 MB/s से 550 MB/s तक की होती हैइसमें Copy करने की speed Generally 50 MB/s से 120 MB/s तक की होती हैEncryptionइसमें drive में Full Disk Encryption (FDE) होती हैंइसमें drive में Full Disk Encryption (FDE) होती हैंFile Opening Speedये HDD की तुलना में 30% faster खुलता हैये SSD की तुलना में काफी slow होता हैMagnetism AffectedSSD किसी भी प्रकार की magnetism effect से safe होता हैवहीँ HDD पर Magnets का काफी असर पड़ता है इससे data पूरी तरह से erase भी हो सकती है
यहाँ आप लोगों के देखा की कैसे HDD और SSD कैसे एक दुसरे से कितने अलग हैं. लेकिन यहाँ ये मान लेना की SSD HDD की तुलना में बेहतर है ये बात बिलकुल भी ठीक नहीं है. क्यूंकि जैसे मैंने पहले भी कहा था की ये केवल आप ही बता सकते हो की कोन सी storage device आपके लिए सही है. क्यूंकि ये आपके जरुरत के हिसाब से पता चलता है. यहाँ आपके सुविधा के लिए मैंने कुछ ऐसे points लिख दिए हैं जिसे की देखकर आप ये अंदाजा लगा सकते हैं की आपके लिए कोन सी storage device ठीक रहेगी. अधिक जानकारी के लिए आप ये ब्लॉग को पढ़ सकते हैं.
आपके लिए HDD ठीक रहेगा अगर :
• आपको बहुत सारा Storage capacity चाहिए लगभग 10TB या उससे भी ज्यादा • आप ज्यादा पैसे खर्च नहीं करना चाहते • अगर आपको Computer की boot up speed और copy करने की क्ष्य्मता को लेकर ज्यादा चिंता नहीं है तब आपके लिए सबसे अच्छा option हैं HDD.
आपके लिए SSD ठीक रहेगा अगर :
• अगर आप computer की faster performance के लिए ज्यादा खर्च करना चाहते है • आपको Storage Capacity को लेकर ज्यादा चिंता नही है और आप कम में भी काम चला सकते हैं. तो यहाँ आपके लिए SSD ही सबसे अच्छा option है.
अगर हम भारत की बात करें तो यहाँ आज भी HDD ही सबसे ज्यादा पसंद लोगों की है क्यूंकि यहाँ Speed को कम कराकर भी ज्यादा space की चाहत सबको है. उन्हें अपने budget में सारी सुविधाएँ चाहिए जिसके चलते उन्हें SSD की तुलना में HDD को अपनाने में कोई तकलीफ नहीं है.
आज कल लोगों में SSHD (Solid State Hard Drive) जिसके अंतर्गत आप दोनों की चीज़ों का फ़ायदा उठा सकते हैं. या यूँ कहे तो ये दोनों ही technology का मिश्रण है. जिसमें की Operating System के लिए कुछ space allocate कर दी जाती हैं और बाकि आपके personal storage के लिए. इसमें एक फ़ायदा ये भी है की इसमें आपकी बहुत ही अच्छी operating speed मिलती है जिससे आप बड़ी आसानी से आपके सारे काम कर सकते हो.
मुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को HDD vs SSD in Hindi के बारे में पूरी जानकारी दी और में आशा करता हूँ आप लोगों को SSD vs HDD के बारे में समझ आ गया होगा. मेरा आप सभी पाठकों से गुजारिस है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की हमारे बिच जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ.
मेरा हमेशा से यही कोशिश रहा है की मैं हमेशा अपने readers या पाठकों का हर तरफ से हेल्प करूँ, यदि आप लोगों को किसी भी तरह की कोई भी doubt है तो आप मुझे बेझिजक पूछ सकते हैं. मैं जरुर उन Doubts का हल निकलने की कोशिश करूँगा. आपको यह लेख SSD vs HDD in Hindi कैसा लगा हमें comment लिखकर जरूर बताएं ताकि हमें भी आपके विचारों से कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिले.
“ मेरा देश बदल रहा है आगे बढ़ रहा है ”
आइये आप भी इस मुहीम में हमारा साथ दें और देश को बदलने में अपना योगदान दें.
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