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Apple और Samsung पर दर्ज हुआ मुकदमा: हानिकारक विकिरणों को बताया वजह

Apple, Samsung sued over RF emissions from its handsets exceeding legal limits

अमेरिका में Apple और Samsung पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मुकदमे का कारण, इन दोनों दिग्गज कंपनियों के फोन से निकलने वाले हानिकारक रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) को बताया गया है। ये मुकदमा उत्तरी जिला कैलिफोर्निया के लिए, यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दायर किया गया है।

शिकागो ट्रिब्यून द्वारा एक अलग जांच में यह पाया गया कि “iPhone 7 से निकलने वाले रेडियो-फ्रीक्वेंसी, तय किए गए खतरे की सीमा से अधिक पाया गया और Apple ने अपने खुद के परीक्षण के बाद संघीय नियामकों को जो रिपोर्ट की थी, जाँच में उसके मुकाबले दोगुनी थी“।

अदालती दाखिले में ये कहा गया कि, “हाल ही में दुनिया भर के सैकड़ों वैज्ञानिक ने ये देखा है कि RF विकिरण, अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय दिशा-निर्देशों के नीचे स्तरों पर रहने से, वहाँ पर रहने वाले जीवों को प्रभावित करता है।

विकिरणों के प्रभाव से कैंसर का खतरा बढ़ गया है, सेलुलर तनाव, हानिकारक मुक्त कणों में वृद्धि, आनुवांशिक क्षति, प्रजनन प्रणाली के संरचनात्मकता और कार्यात्मकता में परिवर्तन, सीखने के उत्साह में कमी और यादाश्त का कम होना, न्यूरोलॉजिकल विकार और मनुष्यों में भलाई करने की भावना पर नकारात्मक प्रभाव, को भी दाखिले में लिखा गया है।

Specific Absorption Rate (SAR) एक तरीका है ये जानने का तरीका है कि हमारा शरीर कितने RF को सोखती है और इस मुक़दमे में FCC के दिशा निर्देशों ने कहा कि, “बहुत से लोग ये मानकर गलती करते हैं कि सेल फोन का कम SAR में उपयोग करने से, उपयोगकर्ता पर विकिरणों का कम प्रभाव हो जाता है या किसी सेल फोन का उपयोग करने की तुलना में ‘सुरक्षित’ होता है।

इससे पहले एप्पल अपने फोन के RF और SAR की जानकारी देता था लेकिन कुछ समय ऐसा करना बंद कर दिया। उनका तर्क ये था कि, “हमारे जितने भी फ़ोन जिन देशों में बेचे जाते हैं। उन सभी जगहों से प्रमाणित हैं।” हालांकि सैमसंग ने इस मसले पर अब तक कुछ नहीं बोला है।

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